Jai Shri Ram | Ram setu | Rachita Ram
जय श्रीराम|राम सेतू |रचीता राम
सकल ब्रह्मांड में निहित या रमा हुआ तत्व यानी चराचर में विराजमान स्वयं ब्रह्म यह अर्थ होता है राम इस शब्द का । वर्तमान काल में भी हमे राम अस्तित्व के कुछ चिन्ह नजर आते है जैसे " राम सेतु " "Ram setu" इसका निर्माण श्रीराम ने लंका पोहोचने को किया था जो आज भी मौजूद है तथा वह चांद पर से भी नजर आता है। श्रीराम केवल एक भगवान के रूप में सारे संसार में पूजे नही जाते, अपितु उन्हें एक उत्तम पुरुष के प्रतीक में पूजा जाता है। इसी वजह से भारत के बाहर भी उन्हें एक संस्कृति के रूप में जिया जाता है जो आदर्श संस्कृति के रूप में मानी जाती है जैसे इंडोनेशिया, कंबोडिया, मलेशिया ऐसे कई देशों में शासक तथा शासन के रूप में प्रभु श्रीराम को पूजा जाता है। इसीलिए राम केवल नाम नही एक संस्कृति है जो अच्छे जीवन और आदर्श को इंगित करती है।
मानवता का परम प्रतापी
एक वचन का है जो न्यास
जीवन के हर विपदा से
उभर कर आना उनका प्रयास
सत्य की है असत्य पर विजय
बुराई पे है अच्छाई की जय
मानवता के धर्म का नाम
महाप्रतापी मेरे प्रभु श्री राम
मनोज इंगळे
Manavta ka param pratapi
Ek vachan ka hai jo nyas
Jivan ke har vipada se
Bhubhar kar aana unka prayas
Saty ki hai asaty par vijay
Burai pe hai aachai ki jay
Manavta ke dharm ka naam
Mahaprayapi mere prabhiu Shri Ram
Manoj ingle
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